देवरिया में शासकीय धन की बंदरबांट : 8 कमरे के बजाय बने 4, पार्क बनाने में भी हुआ खेल, डीएम के एक्शन से मचा हड़कंप

Deoria News : शासन से स्वीकृत नक्शे को दरकिनार कर मनमानेपूर्ण निर्माण का सिलसिला देवरिया में बदस्तूर जारी है। डीएम जेपी सिंह ने इस पर कड़ा एक्शन लिया है और खराब डिजाइन के आधार पर हुए निर्माण में लगे शासकीय धन की वसूली करने का आदेश दिया है।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh DM Deoria) ने बीते दिनों एस्पिरेशनल ब्लॉक गौरी बाजार में विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

जिलाधिकारी सर्वप्रथम गौरी बाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत उभांव पहुंचे। यहां 11.92 लाख रुपये की लागत से पार्क का निर्माण किया जा रंहा है, जिसमें पाथ-वे, इंटरलॉकिंग, बच्चों के खेलने के लिए झूला एवं बाउंड्रीवॉल का निर्माण कार्य शामिल है। मौके पर कार्य होता हुआ मिला। जिलाधिकारी ने पार्क के डिजाइन पर गहरा असन्तोष व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि पार्क के एक ओर तालाब है, तथा दूसरी तरफ जल निगम के पानी के टंकी की दीवार है। इन दोनों ओर दीवार बनाने की आवश्यकता नहीं थी। साथ ही सामुदायिक शौचालय को भी पार्क के अंदर शामिल करना चाहिए था, जिससे पार्क की उपयोगिता बढ़ती। डिजाइन की खामियों के चलते प्रथमदृष्टया परियोजना में सरकारी धन की बर्बादी प्रतीत हो रही है। डीएम जेपी सिंह ने इस अदूरदर्शितापूर्ण परियोजना को स्वीकृति देने वाले समस्त अधिकारियों को चिन्हित कर उनसे क्षति हुई शासकीय धनराशि की वसूली करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से पेयजल आपूर्ति के संबन्ध में भी जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने बताया कि 280 घरों में पानी का कनेक्शन है। घरों में पानी की नियमित रूप से आपूर्ति होती है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से ससमय उक्त पेयजल सुविधा का शुल्क जमा करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि शुल्क जमा होने से मेंटेनेंस कार्य प्रभावी रूप से हो सकेगा।

इसके पश्चात डीएम ने ग्राम सचिवालय भवन का निरीक्षण किया। शासन से स्वीकृत 8 कमरों के ग्राम सचिवालय भवन की डिजाइन के सापेक्ष 4 कमरों का निर्माण मिला। भवन के दरवाजों एवं खिड़कियों में प्रथमदृष्टया घटिया गुणवत्ता वाली प्लाई का प्रयोग किया गया। सीसीटीवी कैमरा खराब मिला। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और बीडीओ से स्पष्टीकरण तलब किया।

डीएम ने ग्राम पंचायत असनहर में मनरेगा कन्वर्जेंस फण्ड से निर्मित अमृत सरोवर परियोजना का भी निरीक्षण किया। 32.75 लाख रुपये की लागत से 1.75 एकड़ में फैले सरोवर के सौंदर्यीकरण एवं तलाब के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है। जिलाधिकारी ने पाथ वे, रोप वे एवं वृक्षारोपण कार्य पर सन्तोष जताया। साथ ही सरोवर के किनारे बनी सीढ़ी को अधिक सुविधाजनक बनाने का निर्देश दिया। इस दौरान डीसी मनरेगा बीएस राय, बीडीओ विवेकानंद मिश्रा सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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