Deoria Master Plan 2031 का खाका तैयार : इस तरह बदलेगी शहर की सूरत, सड़कों का होगा विकास

Deoria News : देवरिया शहर को सुव्यवस्थित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके लिए देवरिया विनियमित क्षेत्र का जीआईएस आधारित मास्टर प्लान 2031 (Master Plan 2031) तैयार कर लिया गया है। इसे अमृत योजना के तहत लागू किया जाएगा। विनियमित क्षेत्र के नियंत्रक प्राधिकारी और जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन (DM Ashutosh Niranjan IAS) की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इस मास्टर प्लान पर चर्चा की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, उसके बाद इस पर लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे जाएंगे। उसके बाद मास्टर प्लान में कमियों को दूर करने के पश्चात कमेटी इसे अनुमोदित करेगी। दरअसल देवरिया शहर अनियोजित विकास और अवैध कब्जे की वजह से समस्याओं से जूझ रहा है। यहां जाम, जलभराव, गंदगी और जल निकासी जैसी समस्याएं विकराल हैं। इनसे पार पाने के लिए मास्टर प्लान 2031 लागू करने की योजना बनाई जा रही है।

समस्याएं बढ़ी हैं
कंसल्टेंट कंपनी स्टेसलिस्ट सिस्टम लिमिटेड कोलकाता ने इस महायोजना को तैयार किया है। इसमें सभी बिंदुओं को ध्यान में रखा गया है। कंसलटेंट कंपनी ने आवासीय, औद्योगिक और व्यवसायिक क्षेत्र को प्रस्ताव में शामिल किया है। साथ ही शहर में जाम और जलभराव की बुनियादी समस्या को दूर करने के लिए विकल्प दिए गए हैं। विगत कुछ सालों में देवरिया में जाम की समस्या खूब बढ़ी है।

बाइपास से बदलेगी सूरत
जाम से छुटकारा दिलाने के लिए बैतालपुर से रुद्रपुर जाने वाले मार्ग तक और बैतालपुर से कसया मार्ग तक दो बाईपास सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा 30 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण और पार्कों का निर्माण भी प्रस्तावित है। अच्छी बात यह है कि जलभराव से निजात दिलाने के लिए प्राकृतिक संसाधनों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत तालाब और पोखर के विकास पर बल रहेगा। साथ ही प्रशासन ड्रेनेज, सीवरेज और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था सुनियोजित कर व्यवस्थित करेगा।

ऐसे सुधरेगी हालत
कंसलटेंट कंपनी का कहना है कि मास्टर प्लान के लागू होने के बाद बेतरतीब ढंग से बसी कालोनियों, नई कालोनियों के बसने और भू-माफियाओं की गतिविधियों पर लगाम लगेगी। इसका लाभ जनपद के लोगों को मिलेगा। जलभराव से निपटने के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं। सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराने का भी प्रस्ताव कंसलटेंट कंपनी ने दिया है। 40 से 50 फीट चौड़ी सड़कों की चौड़ाई को बढ़ाकर 80 फीट करने का प्रपोजल कंपनी की तरफ से दिया गया है।

20 साल से नहीं संशोधित हुआ
फिलहाल देवरिया में मास्टर प्लान 1982 लागू है। यह 2001 तक के लिए स्वीकृत था। लेकिन इसके बाद भी इसमें संशोधन नहीं किया गया। शहर की आबादी दिनों-दिन बढ़ती गई। फिलहाल यहां करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग रह रहे हैं। लेकिन संशोधन नहीं होने की वजह से शहर पुराने मास्टर प्लान के मुताबिक बसता चला गया। इसके चलते बुनियादी और विकराल समस्याएं पैदा होती रहीं।

खाका तैयार है
देवरिया विनियमित क्षेत्र के एसडीएम सदर सौरभ सिंह ने बताया, “कंसलटेंट कंपनी ने मास्टर प्लान का खाका तैयार कर लिया है। डीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इसे पेश किया जाएगा। उसके बाद निवासियों से सुझाव और आपत्तियां मंगाई जाएंगी। उसके मुताबिक महायोजना में संशोधन कराया जाएगा।

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