BIG NEWS : मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर तेज हुई कार्रवाई, डीएम बोले – यह लोगों के जीवन और स्वास्थ्य से खुला खिलवाड़ है

-मिलावटी खाद्य पदार्थों के विरुद्ध चले अभियान: डीएम
-डीएम ने की खाद्य एवं औषधि प्रसाधन विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा

Deoria News: जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में गुरुवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक सीएमओ कार्यालय स्थित धनवंतरी सभागार में हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने खाद्य प्रवर्तन की गतिविधि को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद में नकली एवं मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

खुला खिलवाड़ है
जिलाधिकारी जेपी सिंह ने बैठक के दौरान कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों का विक्रय, भण्डारण, संचरण एक कानूनी अपराध के साथ -साथ आमजनमानस के जीवन व स्वास्थ्य से खुला खिलवाड़ है। इससे जहां जन स्वास्थ्य प्रभावित होता है, वहीं बीमारियों से ग्रसित होकर लोगों की गाढी कमाई दवा व इलाज में बर्बाद होता है। इसलिये मिलावट व जमाखोरी की मंशा रखने वाले अपने इस कृत्यों से बाज आएं, अन्यथा उनके विरुद्ध नियमित रुप से सघन अभियान चलाया जायेगा और जो भी संलिप्त पाये जाएंगे, उनके विरुद्ध विधिक प्राविधानो सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जायेगी।

शुद्ध पदार्थ मिले
जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 एवं संबंधी नियम व विनियम 2011 के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा के सभी प्रावधानों का प्रभावी क्रियान्वयन अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दुग्ध तथा दुग्ध पदार्थों में अब मिश्रण पर प्रभावी रोकथाम तथा अन्य पदार्थों को आम जनमानस को विशुद्ध एवं सुरक्षित रूप में उपलब्ध कराया जाए।

ये कार्रवाई हुई
उपायुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन विभाग ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में दूध के 10 सैम्पल लिए गए, जिसमें जांचोपरांत 5 वाद दायर किये गए और 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया। दुग्ध निर्मित खाद्य पदार्थ के 11 नमूने लिए गए और 8 वाद दायर किये गए तथा 137000 रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसी प्रकार अन्य खाद्य पदार्थों के 6 नमूने लिए गए। इसमें 5 वाद दायर किया गया और 484000 रुपए का जुर्माना लगाया गया।

फूड सेफ्टी वैन लगातार घूम रही
फ़ूड सेफ़्टी वैन अब तक जनपद में 5 बार भ्रमण कर चुकी है, जिसके माध्यम से विक्रेताओं एवं उपभोक्ताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए तेल, दाल, दूध, मिठाई व अन्य खाद्य को मौके पर ही विश्लेषित कर परिणाम से तत्काल अवगत कराया गया। अब तक कुल 130 खाद्य कारोबार कर्ताओं द्वारा प्रयुक्त किये जा रहे तेल का परीक्षण किया गया, जिसमें से 02 खाद्य कारोबारकर्ताओं के टीपीएम की सीमा 25 पायी गई, जिसको मौके पर ही नष्ट करा दिया गया।

हर नागरिक को मिले
सहायक आयुक्त खाद्य आरसी पाण्डेय ने खाद्य एवं औषधि की संचालित अब की कार्रवाई/प्रवर्तन कार्यों आदि की विस्तृत रुपरेखा रखी तथा सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी को आशवस्त करते हुए कहा कि बैठक में जो भी निर्देश प्राप्त हुए है, उसका अक्षरशः पालन कराया जायेगा। खाद्य एवं औषधि विभाग के गतिविधियो को और प्रभावी तरीके से जन – जन तक पहुंचाया जायेगा।

इन्होंने लिया हिस्सा
बैठक में सीडीओ रवींद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुँवर पंकज, सीएमओ डॉ आलोक पांडेय, डीएसओ विनय कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पीएन सिंह, मत्स्य अधिकारी नंद किशोर, जिला कृषि अधिकारी मो मुजम्मिल, जिला विद्यालय निरीक्षक देवेन्द्र गुप्ता, डीपीओ कृष्णकान्त राय, ईओ रोहित सिंह, डीपीआरओ अविनाश सिंह, सचिव मण्डी, जिला आबकारी अधिकारी, अनिल कुमार गुप्ता, शक्ति कुमार गुप्ता, महामंत्री औषधि बिक्रेता संघ, प्रवीण केडिया, सहित विभिन्न अधिकारी एवं व्यापारी प्रतिनिधि मौजूद थे।

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