UP News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस मौके पर उन्होंने इस समाज के लिए राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं और प्रयासों का जिक्र किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों के हितों के लिये प्रतिबद्ध है। राज्य में वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही माटी कला बोर्ड का गठन किया गया। इस बोर्ड के माध्यम से प्रजापति वर्ग के हितों एवं उनकी कलाओं को सम्मान प्रदान किया जा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मिट्टी के बर्तन को इस प्रकार डिजाइन कीजिए कि आपका बर्तन प्रत्येक घर में पहुंच जाए और प्रत्येक परिवार इससे जुड़ जाए। प्लास्टिक बीमारी का कारण बनता है। साथ ही, पर्यावरण को दूषित करती है। प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक को प्रतिबंधित कर दिया, ताकि प्रजापति समुदाय द्वारा तैयार किये गये मिट्टी के बर्तनों को बढ़ावा दिया जा सके। साथ ही, राज्य सरकार ने प्रजापति समाज के लिये निःशुल्क मिट्टी की उपलब्धता की व्यवस्था भी की है। मिट्टी के कारीगरों के कार्य को गति मिल सके। इसके लिये इनको इलेक्ट्रिक एवं सोलर चाक प्रदान किये गये हैं।
तालाबों से मिट्टी लेने पर रोक लगा दी गयी थीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहार के दौरान बड़े पैमाने पर खरीददारी की जाती है। यह गरीब वर्ग एवं कुटीर उद्योगों में कार्य करने वाले लोगों के लिये आय का प्रमुख साधन बनती है। प्रजापति समाज मिट्टी के बर्तन, दीये एवं गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां बनाता था। चीन से आयातित मूर्तियों एवं पूर्ववर्ती सरकारों की नीतियों के कारण प्रजापति समुदाय की व्यावसायिक गतिविधियां कम हो गयी थीं। प्रजापति समुदाय के पास काम की कमी हो गयी थीं। उन्हें तालाबों से मिट्टी लेने पर रोक लगा दी गयी थीं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही, माटी कला बोर्ड का गठन किया गया। प्रजापति समाज को मिट्टी लेने की छूट दी गयी। प्रजापति समुदाय के संस्कारों में रचनात्मक कला है। माटी कला बोर्ड के पदाधिकारियों द्वारा गांव-गांव जाकर इस कला को प्रशिक्षण एवं अन्य माध्यमों से उभारकर समाज के सामने पुनः प्रस्तुत किया गया।
अर्थव्यवस्था भी जुड़ जाती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज का जो जीवन चक्र चलता है, वह एक दूसरे पर आश्रित होकर कार्य करता है। आज प्रजापति समुदाय से जुड़े लोग इस व्यवस्था से जुड़कर स्वयं के स्वावलम्बन के माध्यम से समाज के स्वावलम्बन का कार्य कर रहे हैं। इस जीवन चक्र के साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी जुड़ जाती है। प्रदेश का सम्मान और स्वावलम्बन भी जुड़ जाता है। प्रजापति समुदाय उसी एक माटी की कला से जुड़ा हुआ समुदाय है।
8 करोड़ 64 लाख की धनराशि वितरित की जा चुकी है
सीएम ने आगे कहा, सत्र 2015-16 में प्रदेश के गरीब छात्र को छात्रवृत्ति नहीं मिलती थी। वर्तमान सरकार ने विगत 4 वर्षों में पूर्वदशम के 30 लाख 61 हजार 85 हजार छात्र-छात्राओं को 627 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति वितरित की है। सत्र 2021-22 में पूर्वदशम छात्रवृत्ति योजना में अन्य पिछड़ा वर्ग के 38375 छात्र-छात्राओं को अब तक 8 करोड़ 64 लाख की धनराशि वितरित की जा चुकी है। 175 करोड़ रुपए की राशि 8 लाख छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति के लिए सुरक्षित रखी गयी है। क्योंकि प्रदेश में इस बार स्कूलों में प्रवेश कार्य विलम्ब से हो रहे हैं। इसको 30 नवम्बर, 2021 तक पूरा करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि दश्मोत्तर छात्रवृत्ति में भी विगत 4 वर्ष में 69,18,683 छात्र-छात्राओं को 5378.75 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि उनके खातों में सीधे उपलब्ध करायी गयी है।
छात्राओं के लिये 38 छात्रावास संचालित हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिये 64 तथा छात्राओं के लिये 38 छात्रावास संचालित हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गरीब कन्याओं व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं की शादी के लिये अनुदान राशि प्रदान की जाती है। साथ ही, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक पौने दो लाख बालिकाओं की शादी के लिये प्रति विवाह 51 हजार की धनराशि प्रदान की गयी है। मुख्यमंत्री ने लगा, दीपावली का त्योहार आने वाला है। उसकी तैयारी के लिये माटी कला बोर्ड पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगल कामनाएं देते हुये विश्वास व्यक्त किया कि सभी के पास मिट्टी का एक दीपक एवं लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति घर-घर विराजमान होगी।