Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि राज्य सरकार बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित सभी किसानों को पूरी मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने समस्त मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि पिछले दिनों अतिवृष्टि से जिन जिलों में कृषि फसलों की क्षति हुई है, उसका तत्काल सर्वे कराकर प्रभावित किसानों का विवरण कृषि अनुदान मॉड्यूल में ऑनलाइन फीड किया जाए।
ताकि शासन प्रभावित किसानों के लिए मुआवजा राशि उपलब्ध करा सके। मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में कृषि निवेश अनुदान के अन्तर्गत राहत सहायता प्रदान किए जाने की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों की मुआवजा राशि का वितरण प्रभावित किसानों को शीघ्र किया जाए।
35 जनपदों के लिए धनराशि जारी
बैठक में अफसरों ने सीएम को बताया कि 35 जनपदों- देवरिया, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, मिर्जापुर, संतकबीर नगर, सीतापुर, कुशीनगर, बलिया, बहराइच, मऊ, वाराणसी, झांसी, गाजीपुर, बाराबंकी, जालौन, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, चन्दौली, कौशाम्बी, अम्बेडकरनगर, बिजनौर, बस्ती, गोण्डा, चित्रकूट, बलरामपुर, बांदा, औरैया, फर्रुखाबाद, पीलीभीत, कानपुर देहात, भदोही, सुल्तानपुर, आगरा तथा श्रावस्ती में क्षति का आकलन हुआ है। इन जिलों के 2,35,122 प्रभावित किसानों के लिए 77 करोड़ 88 लाख 96 हजार 748 रुपये की धनराशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की गई है। सीएम ने इस पर संतुष्टि जताई।
गुणवत्तापूर्ण हो निर्माण
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सम्पूर्ण बजट धनराशि का सदुपयोग करते हुए राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि समस्त कार्य निर्धारित दिशा-निर्देशों, मानकों एवं वित्तीय नियमों के अनुरूप क्रियान्वित किये जाएं। सभी विभाग अपने आय-व्यय का विवरण तैयार रखें। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दिया जाए।
बदल रहे हालात
सीएम शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्य के मानकों में प्रदेश की स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 8 आकांक्षात्मक जनपदों में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। अब इनका परिदृश्य पहले से बेहतर हो रहा है। उन्होंने आकांक्षात्मक जनपदों के विकास की भावी योजना की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
समय का ख्याल रखें
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्रों के विकास के लिए विकास निधि के माध्यम से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। क्षेत्रीय विकास की दृष्टि से यह दोनों निधियां उपयोगी सिद्ध हुई हैं। उन्होंने पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड विकास निधि की वित्तीय स्वीकृतियां समय से जारी करने के निर्देश दिए।