लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान चल रहा है
फिलहाल अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है
सेना ने लोगों से ऊपर न जाने की सलाह दी
Jammu : अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के पास शुक्रवार की शाम करीब 5:30 बजे बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक 16 लोगों के मौत की जानकारी है। जबकि 40 से ज्यादा लोग लापता हैं। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दूसरी टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी हैं। करीब 15000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। सेना हेलीकॉप्टर के जरिए भी रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है।
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है
अतुल करवाल, DG, NDRF ने बताया कि 16 लोगों के मृत्यु की खबर है और 40 के आसपास लोग लापता हैं। रात साढ़े 4 बजे तक रेस्क्यू का काम चला। फिर बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया। वापस सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ में बादल फटने की घटना में 15 लोगों की मृ्त्यु की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पैदल यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
40 लोग लापता हैं
ITBP के पीआरओ विवेक कुमार पांडे ने बताया कि पवित्र गुफा से पंजतरणी का 6 किमी का इलाका है। हम लगभग 15,000 लोगों को पंजतरणी में लेकर आए हैं। उन्हें खाना शेल्टर, आदी मुहैया कराया जा रहा है। हमने रात में ही सभी लोगों को रास्ते से बचा लिया था। स्थानीय प्रशासन से हमें सूचना मिली है कि करीब 30-40 लोग अभी गुमशुदा हो सकते हैं।
यात्रा रोक दी गई है
उन्होंने आगे कहा कि हम ITBP, भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गुफा वाले इलाके से हमें कई गुमशुदा लोग मिल सकते हैं। यात्रा फिलहाल के लिए रोक दी गई है। लोगों को हम सलाह दे रहे हैं कि वह ऊपर न जाएं। सभी यात्री सुरक्षित हैं और चिंता की बात नहीं है। दोपहर बाद काफी हद तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है। अगर प्रशासन निर्णय लेगा तो यात्रा फिर से शुरू कर सकते हैं।
बादल फटने से बिगड़ी व्यवस्था
बताते चलें कि भारी बारिश के बीच शुक्रवार की शाम करीब 5:30 बजे अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा। अधिकारियों ने कहा कि तेज पानी धर्मस्थल के बाहर आधार शिविर में घुस गया, जिससे 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोई क्षतिग्रस्त हो गए, जहां तीर्थयात्रियों को भोजन परोसा जाता है। चश्मदीदों ने बताया कि ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बाद गुफा के ऊपर और किनारे से अचानक पानी की तेज लहरें बहने लगीं। लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है।